Hasanpur के आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव दमगड़ा में लगभग 70 वर्षीय राम सिंह रजाई के आग पकड़ने के बाद जिंदा जल गए। सर्दी से बचाव के लिए उनकी चारपाई के पास अलाव जलाया गया था। रजाई ने आग पकड़ ली और राम सिंह जलकर मर गए। इससे पूर्व उनकी पत्नी और तीन बेटों की मौत अलग-अलग कारणों से हो चुकी है। राम सिंह चलने-फिरने में असमर्थ हैं और उनकी जबान भी लड़खड़ाती है।
कैसे हुआ हादसा?
गांव दमगड़ा निवासी सत्तर वर्ष के राम सिंह घर में बनी टिन शेड के नीचे चारपाई पर रजाई ओढ़कर लेट रहे थे। परिजनों ने सर्दी से बचाने के लिए चारपाई के पास एक अलाव जला रखा था। अलाव परात में था।
परिजन खेत में चले गए। बताया जाता है कि राम सिंह ने अलाव की परात को खींचकर अपने ओर करीब कर लिया। उस दौरान रजाई का कोई हिस्सा अलाव के संपर्क में आ गया और आग पकड़ गया। थोड़ी देर में रजाई में आग लग गयी। राम सिंह की चारपाई पर ही जलकर मौत हो गई।
राम सिंह से न चला जाता था, न बोला जाता था
चलने-फिरने में लाचार राम सिंह चारपाई से रजाई और खुद को अलग करने में असमर्थ रहे। साथ ही वे बोलने में भी असमर्थ थे। उनकी जिंदा जलकर मौत हो गई। परिजनों ने बिना किसी कानूनी कार्रवाई के राम सिंह का अंतिम संस्कार कर दिया।
राम सिंह की पत्नी और तीन बेटों की पहले हो चुकी मौत
मृतक राम सिंह की पत्नी और तीन बेटों की मौत पहले हो चुकी है। उनके साथ पौत्र व पौत्र बधुएं रहती हैं।
-टाइम्स न्यूज़ हसनपुर.